मुग़ल शासकों ने अपने कार्यकाल के दौरान अनेक ऐतिहासिक इमारतों का निर्माण करवाया था। जो आज भी अपनी अद्भुत कलाकृति एवं वास्तुकला के क्षेत्र में गाथा सुनाती है।
खासकर मुग़ल बादशाह शाहजहां के शासनकाल को तो हम सभी स्वर्ण युग के नाम से भी जानते है। उनके द्वारा बनवाये गए ताजमहल को भला कौन भूल सकता है।
दोस्तों आज के इस पोस्ट में हम मुग़ल बादशाहों द्वारा उपयोग में लिए विभिन्न वस्तुओं के संग्रह को करीब से देखने चलेंगे।
साथ ही हम यह भी जानने की कोशिश करेंगे की उस दौरान मुग़ल राजपरिवार ने किस प्रकार से राजपूतों के साथ अच्छे संबंधों को स्थापित किया था।
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1. ताज म्यूजियम का इतिहास [Taj museum history]
ताज म्यूजियम आगरा में स्थित है। यह विश्वप्रसिद्ध 7 वां अजूबा यानी ताजमहल के ठीक सामने ही स्थित है।
इस संग्रहालय का निर्माण वर्ष 1906 में भारत के तत्कालीन वायसराय लार्ड कर्ज़न द्वारा किया गया था। लेकिन इस संग्रहालय को वर्ष 1982 में आमजन के लिए खोला गया।
इस म्यूजियम को सुरक्षित रखने एवं इसकी मरम्मत करने की जिम्मेदारी खान बहादुर मौलवी जफ़र हुसैन जी ने ली थी।
हुसैन जी एक पुरातत्विद थे और अपने कार्य में काफी माहिर भी थे। वे चीज़ों को संजोकर रखने की बेहतरीन कला को जानते थे।
शायद यही वजह है आज जो हम इस ताज म्यूजियम को देख पा रहे है वह इन्ही की बदौलत है। इस म्यूजियम में मुग़ल बादशाहों के विभिन्न वस्तुओं को सुरक्षित रखा गया है।
यदि आप इतिहास के विद्यार्थी हैं या फिर आपको वास्तुकला में रूचि है तब आपके लिए यह जगह किसी स्वर्ग से कम नहीं है।
यहाँ समय-समय पर म्यूजियम में प्रदर्शनी भी लगायी जाती है, जिससे यहाँ पर आने वाले पर्यटकों एवं विद्यार्थियों को मुग़ल साम्राज्य के इतिहास के बारे में पता चल सके।
कुछ पर्यटकों की माने तो इस म्यूजियम में कुल 150 प्रकार के विभिन्न प्रदर्शनी लगायी जाती है जो इसकी सबसे बड़ी खासियत में से एक है।
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2. ताज म्यूजियम की वास्तुकला [Taj museum architecture]
वर्त्तमान समय में ताज म्यूजियम जलमहल के पश्चिम दिशा में स्थित है। यह जलमहल राजस्थान के जलमहल की भांति तो नहीं है लेकिन इसका महत्व भी कम नहीं है।
यह दो मंजिला भवन है जहाँ प्रथम तल पर विभिन्न प्रकार की प्रदर्शनी लगायी जाती है वही इसके दूसरे तल पर इस म्यूजियम में कार्यरत कर्मचारी इसे सुरक्षित रखने एवं म्यूजियम से सम्बंधित अन्य कार्यों को करते है।
इस म्यूजियम को बनाने के लिए एक बड़े चौकोर आधार का प्रयोग किया गया है। जिसे पूरी मजबूती के साथ इसके नीव को जोड़ा गया है।
इसके अंदर बृहद आंगनुमा सरंचना है जहाँ पर ये सभी प्रदर्शनी लगायी जाती है। इस संग्रहालय को मुग़ल वास्तुकला शैली में निर्मित किया गया था।
इन दीवारों पर विभिन्न प्रकार की पेंटिंग्स लटकाई गयी हाँ जो की मुग़ल साम्राज्य की समृद्धि की गाथा सुनाती है।
इसके आलावा भवन के आस-पास सुन्दर बगीचों का निर्माण भी किया गया है। जो की इस संग्रहालय की खूबसूरती में इजाफा करती है।
2.1 म्यूजियम में रखी गयी वस्तुएं [Taj museum objects]
ताज संग्रहालय में आपको आगरा के किले, लाल किले, मोती मस्जिद, एवं ताजमहल के वास्तुकला के दस्तावेज देखने को मिलेंगे। इन दस्तावेज के माध्यम से आपको इन इमारतों की नींव को समझने में काफी मदद मिलेगी।
ये दस्तावेज एक प्रकार से कागज रूपी इमारत थी। इसी के अनुसार ही इन ऐतिहासिक इमारतों का निर्माण संभव हो पाया था।
इसलिए यह दस्तावेज काफी कीमती था और अब भी है। इसके आलावा इन ऐतिहासिक इमारतों में उपयोग होने वाले विभिन्न प्रकार के पत्थरों के नमूनों को भी जमा किया गया था।
इन इमारतों को यदि आप गौर से देखेंगे तो आपको इनकी बेजोड़ कलाकृति और संयम दिखेगी।
इन्हे बनाने के लिए जिस धातु या उपकरण का प्रयोग किया गया था, उसे भी यहाँ पर सुरक्षित रखा गया है।
शाही फरमान तो आप सभी जानते ही होंगे। इन्हे भी यहाँ पर पर्यटकों के लिए रखा गया है।
यह एक प्रकार का सरकारी दस्तावेज था जिसका प्रयोग किसी भी कार्य को पूर्ण करने या रोकने की अनुमति के लिए होता था, कभी कभी इन शाही फरमानों का उपयोग हमे जासूसी कार्यों में भी दिखलाई देती है।
इसके आलावा मुग़ल बादशाह जहांगीर जो की एक कला प्रेमी थे उन्हें पेंटिंग या चित्रकला से काफी प्रेम था।
इन्ही के शासनकाल की कुछ प्रमुख ख्याति प्राप्त तस्वीरों को आज भी सुरक्षित रखा गया है।
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3. ताज म्यूजियम में प्रवेश का समय और शुल्क [Taj museum Ticket, Timing]
ताज म्यूजियम सप्ताह के 6 दिन खुला रहता है सिर्फ और सिर्फ शुक्रवार के दिन ही यह बंद रहता है।
यदि आपका ताज म्यूजियम घूमने का प्लान है तो आप शुक्रवार का दिन जरूर याद कर लें अन्यथा आपका आना व्यर्थ हो जायेगा।
वैसे ताज म्यूजियम पर्यटकों एवं विद्यार्थियों के लिए सुबह के 9 बजे खुल जाता है और शाम तक़रीबन 5 बजे तक बाद इसे बंद कर दिया जाता है।
बात करें की ताज म्यूजियम में प्रवेश करने की तो – भारतीय पर्यटकों के लिए 20 रूपये लिए जाते है वही विदेशी पर्यटकों के लिए 750 रूपये लिए जाते है।
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3. अन्य पर्यटन स्थल [Tourist place in Agra]
दोस्तों यदि आप उत्तर प्रदेश के आगरे शहर में पर्यटन के लिए आये तो इन जगहों पर जान ना भूलें। यह जगहें इस प्रकार है –
विश्वप्रसिद्ध ताजमहल | जहांगीर पैलेस |
कांच महल | अकबर का मकबरा |
मोती मस्जिद | नगीना मस्जिद |
जामा मस्जिद | छत्रपति शिवाजी महाराज म्यूजियम |
चीनी का रौज़ा | एत्मादुदौला का मकबरा |
आराम बाग़ | ताज गैलरी |
आगरा का किला | शहीद स्मारक पार्क |
पंच महल | जहांगीर हौज |
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4. परिवहन सुविधा [How to reach]
सड़क परिवहन | बस सेवाएं उपलबध है – ईदगाह और ISBT |
नजदीकी हवाई अड्डा | खेरिआ हवाई अड्डा |
नजदीकी रेलवे स्टेशन | आगरा छावनी स्टेशन , आगरा जाने के लिए स्पेशल ट्रेने है – पैलेस ऑन व्हील्स , शताब्दी एक्सप्रेस राजधानी एक्सप्रेस और ताज एक्सप्रेस |
5. म्यूजियम की फोटो [Taj museum image]
6. निष्कर्ष [Conclusion]
दोस्तों मुग़ल शासकों ने अपने शासनकाल में अनेकों इमारते बनवायी जिनका इतिहास में अपना महत्व है।
मुग़ल शासक जब कभी भी किसी युद्ध में विजयी होते थे तो वह इसकी याद में भव्य इमारते बनवाते थे।
अकबर द्वारा बनवाये गए बुलंद दरवाजा इसी बात का उदाहरण है।
दोस्तों ताज संग्रहालय अपने आप एक अनोखा संग्रहालय है जहाँ पर मुग़ल साम्राज्य की महत्वपूर्ण एवं ऐतिहासिक दस्तावेजों को सुरक्षित रखा गया है।
यदि आपको मुग़ल बादशाहों या फिर उनके साम्राज्य के विभिन्न पहलुओं को समझना हो तो एक बार जरूर इस ताज म्यूजियम को देखने आये।
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7. ताज म्यूजियम की लोकेशन | Taj museum location
8. सवाल जवाब [FAQ]
ताज म्यूजियम सप्ताह के 6 दिन खुला रहता है सिर्फ और सिर्फ शुक्रवार के दिन ही यह बंद रहता है।
बात करें की ताज म्यूजियम में प्रवेश करने की तो – भारतीय पर्यटकों के लिए 20 रूपये लिए जाते है वही विदेशी पर्यटकों के लिए 750 रूपये लिए जाते है।
दुनिया में आप किसी भी ऐतिहासिक स्थलों पर जाइये आपको कुछ ना कुछ शुल्क जरूर देना होता है। चूँकि उस स्थल को देखने के लिए अनेकों पर्यटक हररोज आते जाते है इसलिए इन स्थलों की मेंटनेंस भी करनी पड़ती है।
यदि आपको मुग़ल इतिहास से लगाव है या फिर आपको इन ऐतिहासिक स्थलों को देखना अच्छा लगता है तो आपको इसे जरूर देखना चाहिए।
हाँ भाया आप ले सकते हो, इसके लिए किसी भी प्रकार का कोई भी शुल्क नहीं देना पड़ता है।
जी हाँ
9. सबसे जरुरी बात [Most important thing]
दोस्तों इन ऐतिहासिक इमारतों या पर्यटन स्थलों पर टिकट के पैसा, यात्रा अवधी जैसे छोटी चीज़ें बदलती रहती है।
इसलिए यदि आपको इनके बारे में पता है तो जरूर कमेंट में जरूर बताएं हम जल्द ही आपके द्वारा दी गयी जानकारी को अपडेट कर देंगे।
यदि इस पोस्ट में कुछ गलती रह गयी हो तो उसे कमेंट में जरूर बताएं।
धन्यवाद !