all about Thirumalai Nayakkar Mahal | तिरुमलई नायक पैलेस की कहानी
1. तिरुमलाई नायक्कर महल [Thirumalai Nayakkar Mahal in Hindi] 2. तिरुमलई नायक पैलेस का इतिहास [History of Thirumalai Nayakkar Mahal] … Read more
1. तिरुमलाई नायक्कर महल [Thirumalai Nayakkar Mahal in Hindi] 2. तिरुमलई नायक पैलेस का इतिहास [History of Thirumalai Nayakkar Mahal] … Read more
तिरुवल्लुवर मूर्ति तमिलनाडु राज्य के कन्याकुमारी में स्थित है। यह प्रतिमा मशहूर तमिल कवि और दार्शनिक वल्लुवर के सम्मान में बनाया गया है।
सरस्वती महल पुस्तकालय तमिलनाडु के तंजावुर में स्थित है। यह भारत समेत पूरी एशिया के उन चुनिंदा पुस्तकालयों में से एक है जो आज भी मौजूद है। इस पुस्तकालय में कुछ विशेष पाण्डुलियाँ है। यह पांडुलिपियां खजूर के पत्तों पर मराठी तेलगु अंग्रेजी सहित तमिल भाषा में लिखी गयी है।
विवेकानंद रॉक मेमोरियल तमिलनाडु राज्य के कन्याकुमारी में स्थित है। यह मेमोरियल स्वामी विवेकानंद जी की याद में बनवाया गया एक स्मारक है। यह स्मारक तमिलनाडु से 500 मीटर दूर समुद्र में स्थित दो चट्टानों के ऊपर बनाया गया है जिसकी ऊंचाई समुद्र तट से 50 फिट है।
बृहदेश्वर मंदिर तमिलनाडु राज्य के तंजौर में स्थित है। यह एक हिन्दू मंदिर है जो भगवान शिव को समर्पित है। बृहदेश्वर मंदिर को राजराजेस्वरम मंदिर के नाम से भी जाना जाता है, क्यूंकि इस मंदिर की स्थापना चोल वंश के सर्वाधिक प्रतापी राजा – राजराज चोल ने करवाया था।
चेंदामंगलम सिनगॉग केरल के सबसे प्रसिद्ध और धनी सिनगॉग में से एक है। यह सिनगॉग आज के समय में एक संग्रहालय के रूप में स्थित है। यह सिनगॉग केरल राज्य के एर्नाकुलम जिले में स्थित है।
सकथन थाम्पुरण महल केरल राज्य के थ्रिसूर,Thrissur जिले में स्थित है। इस महल को वदाक्केकारा महल Vadakkekara Palace के नाम से भी जाना जाता है। यह एक संग्रहालय है। इस महल का निर्माण सन 1795 में रामवर्मा थाम्पुरण द्वारा बनाया गया था।
कृष्णापुरम महल केरल राज्य के अलप्पुजा जिले में स्थित है। यह महल एक संग्रहालय के रूप में स्थित है। कृष्णापुरम महल पाथिनारुकेतु के नाम से जाना जाता है। इस महल का ऐतिहासिक महत्व है।
पुनाथनम इल्लम केरल राज्य के मल्लापुरम जिले में स्थित है। यह जगह केरल राज्य के प्रसिद्ध कवि पूंथानम नम्बूथीरी जी की जन्म एवं कर्मस्थली है।
पूंजर महल त्रावणकोरे के राजवंशों की हवेली रही है। त्रावणकोरे का यह राजवंश पुंजर राजवंश के नाम से जाना जाता है। पुंजर , केरल राज्य के कोट्टायम जिला का एक छोटा सा शहर है। आजादी के पहले पुंजर त्रावणकोरे के महाराजा के अधीन था। पुंजर में एक प्रसिद्ध महल है जिसे पुंजर महल के नाम से जानते है।