1. भारत भवन | Bharat Bhawan
भारत भवन मध्य प्रदेश के भोपाल में स्थित है। यह एक Multipurpose Hall है जहाँ पर मुख्यतः पांच प्रकार की खूबियां है जो इसे अन्य भवनों से अलग बनती है।
- रूपंकर यानि ललित कला
- रंगमंडल यानि रंगमंच या थियेटर
- वागर्थ यानि कविताओं का केंद्र
- अनहद यानि शास्त्रीय या लोक संगीत से जुड़ा केंद्र
- छवि यानि सिनेमा केंद्र
2. रूपंकर यानि ललित कला
इस रंगमंच के माध्यम से लोगों में ललित कला के क्षेत्र में प्रोत्साहन करने का कार्य भारत भवन बखूबी कर रहा है।
ललित कला – वह कला जिसके माध्यम से किसी भी character की सौंदर्यता और उसकी हाव भाव को दर्शाती है ललित कला कहलाती है।
जैसे – चित्रकलाएं संगीत नृत्य इत्यादि ।
3. रंगमंडल यानि रंगमंच या थियेटर
रंगमंच के माध्यम से किसी भी नाटक का रूपांतरण जब stage पर किया जाता है और कलाकार अपनी पूरी मेहनत से उस character में जान डाला देता है। तो यही रंगमंडल का हिस्सा बन जाता है।
4. वागर्थ यानि कविताओं का केंद्र
इस रंगमंच के माद्यम से लोगों में कविताओं को सुनने या सुनने के शौकीनों के लिए बनाया गया है।
ये कविताएँ कई अलग अलग प्रकार की होती है जिनमे कभी वीररस का प्रयोग करके जनता को जोश से भर दिया जाता है तो वही सौंदर्य रस का प्रयोग करके जनता को उस particular चीज़ की सुंदरता खिंच लता है।
5. अनहद यानि शास्त्रीय या लोक संगीत से जुड़ा केंद्र
संगीत के माध्यम से भी लोगो का मनोरंजन किया जाता है। जैसे शास्त्रीय संगीत का मंचन करके लोगों में देवो के प्रति भाव विभोर किया जाता है।
हमारे प्राचीन भारत में सम्राट अकबर के समय नौरत्न रहा करते थे । उन्ही में से एक थे – तानसेन ।
तानसेन को संगीत का सम्राट कहा जाता था । ऐसा माना जाता था की उनके संगीत में इतना तेज था जिससे दीये जल उठते थे , बारिश होने लगती थी।
6. छवि यानि सिनेमा केंद्र
इस रंगमंच के माध्यम से सिनेमा का मंचन किया जाता था।
7. भारत भवन की स्थापत्य कला
भोपाल स्थित भारत भवन का निर्माण 1982 में एक प्रसिद्ध architecture चार्ल्स कोरिया द्वारा बनाया गया था।
इसी के बगल में एक तालाब भी है जिसे भोपाल का सबसे बड़ा तालाब के नाम से प्रसिद्धि प्राप्त है।
भारत भवन में पुरानी और नई दोनों ही प्रकार की कलाओ का stage पर परफॉरमेंस दी जाता है।
किसी भी तरह के कला से जुड़ाव रखने वालों के लिए किसी भी जन्नत से काम नहीं है ये भारत भवन।
इस भवन के निर्माणकर्ता यानि चार्ल्स कोरिया कहते है की – यह भवन भारत के सबसे आकर्षक भवनों में से एक है।
यह भवन किसी ऊँची इमारत जैसी बिलकुल न होकर जमीन के सामानांतर यानि parallels है जिस वजह से किसी भी एक जगह से इसे पूरी तरह से देखा नहीं जा सकता है।
इंदिरा गाँधी जी ने जब भारत भवन के उद्धघाटन समारोह में आयी थी तो उन्होंने कहा था की ये भवन दिल्ली में होना चाहिए था।
8. Tribal Museum | आदिवासी संग्रहालय
यही पर आदिवासी संग्रहालय भी है जहाँ पर मध्यप्रदेश तथा अन्य राज्यों की आदिवासी प्रजाति उनके रहन सहन उनके द्वारा मनाये जाने वाले त्यौहार, उनकी संस्कृति, पहनावा इत्यादि चीज़ों के बारे में अच्छा कलेक्शन किया गया है।
आदिवासियों की पेंटिंग्स और मूर्तियां भी लगायी गयी है।
9. Contact us | संपर्क करें
यदि आप भी भारत भवन के रंगमंच से जुड़कर अपनी Talent को लोगों दिखाना चाहते है तो आप संपर्क कर सकते है – सवाल जवाब
Websites- bhartbhavan.org |
10. Conclusion | निष्कर्ष
भारत भवन कलाकारों को एक ऐसा रंगमंच उपलब्ध करवाता है जहाँ पर कोई भी कलाकार अपनी प्रतिभा को लोगों को दिखा सकता है।
इस भवन से कई बेहतरीन कलाकार निकले है जिन्होंने पुरे विश्व पर अपनी छाप छोड़ी है।
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