एक शापित किला मेहरानगढ़ किला

राजस्थान अपने शाही महलों और किलो के माध्यम से पर्यटकों के मन में बस चूका है। यहाँ पर एक से बढ़कर एक किले और महल मौजूद है जो उस दौर की गाथा सुनाते है।

अपनी एवं प्रजा की सुरक्षा के लिए पहाड़ों या ऊँचे स्थानों पर किले या महल का निर्माण किया करते थे ताकि दुश्मन को दूर से ही देखकर आगे की रणनीति बनाकर उन्हें हराया जा सके।

मेहरानगढ़ किला राजस्थान के जोधपुर में स्थित है। शुरुआत में इस किले का नाम था मिहिरगढ़, मिहिर का शाब्दिक अर्थ होता है सूर्य और गढ़ का अर्थ होता है किला या दुर्ग।

इस किले में प्रवेश के लिए 8 द्वार है और अनगिनत बुर्जे है। इन बुर्जों से ही सेना दुश्मनो पर गोले दागती थी।

मेहरानगढ किला का निर्माण जोधपुर के राजा राव जोधा ने करवाया था, उनके पिता का नाम राजा रणमल था। राव जोधा अपने पिता की 24 वि संतान थे।

दोस्तों मेहरानगढ़ का किला सप्ताह भर खुला रहता है। यह किला सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे से तक खुला रहता है।

वही इस किले में प्रवेश शुल्क की बात करें तो यदि आप भारतीय नागरिक है तो आपको 200 रूपये देने पड़ते है।

यदि आप एक विद्यार्थी है तो आपको 100 रूपये प्रवेश शुल्क देने पड़ते है।

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