जोधाबाई पैलेस का इतिहास और उसकी वास्तुकला

दोस्तों भारत में मुग़ल शासकों द्वारा बनवायी गयी इमारते आज भी पर्यटकों के मन को लुभाती है। फिर चाहे बात बाबर के मकबरे की हो या फिर अकबर द्वारा बनवाये गए इमारतों की।

दोस्तों भारत में मुग़ल शासकों द्वारा बनवायी गयी इमारते आज भी पर्यटकों के मन को लुभाती है। फिर चाहे बात बाबर के मकबरे की हो या फिर अकबर द्वारा बनवाये गए इमारतों की।

इसके आलावा उसके ही शासनकाल में दिल्ली का लालकिला और जामा-मस्जिद इत्यादि ऐतिहासिक इमारतों का भी निर्माण हुआ। यह सभी इमारते मुग़ल बादशाहों के कला और संस्कृति के प्रति रूचि का ही परिणाम है।

जोधाबाई पैलेस उत्तर प्रदेश के फतेहपुर सीकरी जिले में स्थित एक मुग़लकालीन ऐतिहासिक स्थल है। जिसका सम्बन्ध मुग़ल सम्राट जलालुद्दीन मोहम्मद अकबर के साथ जुड़ा हुआ है।

यह महल जोधाबाई जी का विश्राम स्थल था। फतेहपुर सीकरी शहर की स्थापना प्रसिद्ध सूफी संत सलीम चिश्ती की यादगार के रूप में अकबर ने स्थापित किया था।

जोधाबाई पैलेस मुग़ल साम्राज्य की विशिष्ठता को सम्बोधित करता है। यह पैलेस मध्यकालीन युग में स्थापित हिन्दू एवं मुस्लिम की एकता का प्रतिक बना था।

इस ऐतिहासिक इमारत [फतेहपुर सीकरी स्थित विभिन्न ऐतिहासिक स्थलों को] को वर्ष 1986 में यूनेस्को द्वारा  विश्व विरासत स्थल की सांस्कृतिक सूचि में शामिल किया था।