जाने जैसलमेर किले का इतिहास और उसकी वास्तुकला

जैसलमेर का किला राजस्थान के पश्चिमी हिस्से में स्थित है। राजस्थान का यह भाग एक अंतर्राष्ट्रीय सीमा यानि पाकिस्तान के साथ एक बॉर्डर साझा करता है।

इस किले का निर्माण वर्ष 1156 में वीर रावल जैसल जी ने करवाया था। वह भाटी राजवंश के राजा थे

इस किले की सबसे खूबसूरत बात यह है की इसके निर्माण में ना तो चुना पत्थर और ना ही किसी भी प्रकार के गारे या मसाले का प्रयोग किया है।

इस दुर्ग के ऊपरी हिस्से पर यानि की छतों पर बेलनाकार पत्थरों ( फेंकने के बजाय लुढ़काकर )को रखा गया था ताकि दुर्ग पर आक्रमण के वक्त इस पत्थर का प्रयोग दुश्मनो को क्षति पहुंचने के लिए किया जा सके।

जैसलमेर का किला सप्ताहभर पर्यटकों के लिए खुला रहता है।

पानी की इस समस्या से निजाद पाने के लिए भाटी राजवंशों ने खासकर राव जैसल ने जैसलमेर, घड़सी ने घड़सीसर और जैतसी जी द्वारा जैतबंध नामक कृत्रिम झीलों के निर्माण द्वारा राजस्थान की प्यासी भूमि को उपजाऊ बनाने में मदद की।