इनमे कुछ इमारते क्षतिग्रस्त हो गयी थी जिन्हे बाद में भारतीय पुरातत्विद विभाग एवं भारत सरकार के सहयोग से इसे वापस से खड़ा किया गया।
मोढेरा सूर्य मंदिर की वैज्ञानिक महत्व को आप इस तरीके से समझ सकते है की इसे 23.6 डिग्री अक्षांश पर बनाया गया था।