भीमकुण्ड का इतिहास और उसकी वास्तुकला 

भीमकुण्ड जो की भीम और कुंड शब्द से मिलकर बना हुआ है। जहाँ भीम का अर्थ होता है बलशाली या भीमकाय और कुंड का अर्थ होता है जल अथवा वह स्थान जहाँ पर जल स्थिर हो।

यह कुंड मध्य प्रदेश राज्य के छतरपुर जिले में स्थित है। भीमकुण्ड के विषय में कुछ मान्यताये एवं विचार यहाँ के निवासियों में मिलती है। आइये जानते है इन मान्यताओं और विचारों को -

बलशाली भीम द्वारा गदा के प्रहार से इस जलाशय का निर्माण हुआ था। यही वजह है की यह जलाशय एक गदा की संरचना लिए हुए है।

इसी कुंड के ऊपर भगवान विष्णु जी और माता लक्ष्मी जी की एक प्रतिमा को मंदिर में स्थापित किया गया है। इसके आलावा यहाँ पर तीन अन्य छोटे छोटे मंदिर भी स्थित है।

इस स्थान पर किसी भी प्रकार का कोई भी शुल्क नहीं लिया जाता है। वही यदि पर्यटन में लगने वाले समय की बात करें तो इस स्थल को आप लगभग 2 से 3 घंटे में पूरी तरह से घूम पाएंगे।