1. तिरुचिरापल्ली रॉक फोर्ट कहां स्थित है ?
तिरुचिरापल्ली रॉक फोर्ट तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली शहर में स्थित है।
इस किले को स्थानीय लोग मलाईकोट्टाई के नाम से जानते है। इस रॉकफोर्ट के अंदर दो हिन्दू मंदिर स्थित है।
- उच्ची पिलायर मंदिर
- थायुमनस्वामी मंदिर
- मणिकका विनायक मन्दिर
इसके अलावा यहां पर पल्लव एरा गणेश मंदिर और मदुरै नायक एरा फोर्ट भी स्थित है, जो पर्यटकों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करता रहा है।
2. तिरुचिरापल्ली रॉक फोर्ट का इतिहास
तिरुचिरापल्ली रॉक फोर्ट सर्वाधिक पुरानी इमारतों में से एक है।
माना जाता है की यह ईमारत 3 करोड़ 80 लाख वर्ष पुराने है। इस ईमारत का निर्माण हिमालय और ग्रीनलैंड के पहले हुआ था।
इसीलिए इस ईमारत को भारतीय पुरातत्व विभाग के संरक्षण में रखा गया है।
तिरुचिरापल्ली रॉक फोर्ट के पुनर्निर्माण का श्रेय पंड्या राजवंश को जाता है। यह फोर्ट 275 फिट ऊँचा है।
इस किले का निर्माण का एक ही उद्देश्य था की दुश्मन की नजरों से बचे रहना और उन पर छुप कर युद्ध करना जिसे हम छापामार युद्ध के नाम से भी जानते है।
इस ईमारत में कुल 344 सीढियाँ है जो नीचे से ऊपर की तरफ चारो दिशाओं की और गयी हुयी है।
जैसा की मैंने ऊपर बताया था की इस इमारत के अंदर तीन मंदिर स्थित है-
- उच्ची पिलायर मंदिर
- थायुमनस्वामी मंदिर
- मणिकका विनायक मन्दिर
मणिकका मंदिर और उच्ची पिलायर मंदिर दोनों ही भगवान गणेश जी को समर्पित है।
जबकि थायुमनस्वामी मंदिर भगवान शिव जी को समर्पित है। थायुमनस्वामी मंदिर का निर्माण पल्ल्व वंशी राजा महेंद्र वर्मन द्वारा किया गया था।
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महेंद्र वर्मन का पुत्र नरसिंहवर्मन थे जिन्होंने चालुक्य नरेश पुलकेशिन द्वितीय को 3 बार हराया था।
यही पर अप्रैल और मई के महीने में चित्तरई नामक एक उत्सव का आयोजन किया जाता है।
जिसे देखने के लिए स्थानीय लोगों के साथ साथ पर्यटकों का भी जमावड़ा लगा रहता है।