Lakshmi vilas palace Gujrat | लक्ष्मी विला पैलेस की कहानी

भारतवर्ष में महलो और किलों की कोई कमी नहीं है।

यहाँ के राजाओं ने न सिर्फ अपनी स्थिति को सुदृण किया बल्कि कला और संस्कृति के विकास में काफी योगदान दिया।

फिर चाहे बात राजस्थान के वीर योद्धाओं की हो या फिर मुग़ल सुल्तानों की।

इन सभी लोगों ने कला के क्षेत्र में विशेष योगदान दिया था।

दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम चलने वाले है गुजरात के वड़ोदरा शहर में।

यहां पर एक ऐसा महल है जिसके बारे में कहा जाता है की यह महल ब्रिटैन की महारानी एलिज़ाबेथ के महल यानि की बकिंघम पैलेस से भी चार गुना बड़ा है।

तो आइये लक्ष्मी विलास पैलेस के बारे में और भी कई नयी चीज़ों को जानने का प्रयास करते है।

उम्मीद है आप सभी को हमारे द्वारा किया गया यह प्रयास अच्छा लगेगा।

Table of Contents

1. लक्ष्मी विलास पैलेस कहाँ पर स्थित है ? [Lakshmi vilas palace vadodara gujarat]

लक्ष्मी विलास पैलेस भारत के गुजरात राज्य के वड़ोदरा में स्थित है।

इस प्रसिद्ध महल का निर्माण महाराजा सयाजीराव गायकवाड़ जी ने वर्ष 1890 में 60 लाख रुपयों में बनवाया था।

यह महल लगभग 500 एकड़ के बृहद भू भाग पर फैला हुआ है।

इस प्रसिद्ध महल के बारे में कहा जाता है की यह महल ब्रिटैन की महारानी एलिज़ाबेथ के महल यानि की बकिंघम पैलेस से भी चार गुना बड़ा है।

लक्ष्मी विलास पैलेस में एक से बढ़कर एक खूबसूरत पेंटिंग्स, अनोखे झूमर, आकर्षक कलाकृतियां और तो और हथियारों की भी श्रृंखलाएं रखी गयी है।

इन पेंटिंग्स में ज्यादातर राजा रवि वर्मा जी की पेंटिंग्स है क्यूंकि स्वयं महाराजा सयाजीराव गायकवाड़ जी उनसे काफी प्रभावित थे।

जिस वजह से उन्होंने राजा रवि वर्मा जी को अपने महल में आश्रय दिया था।

लक्ष्मी विलास महल के परिसर में ही राजशाही नवलखी बावड़ी यानि की कुँआ स्थित है।

प्राचीन समय में इसी कुएं के द्वारा पानी निकला जाता था और तो और सिंचाई के लिए भी इसी बावड़ी का प्रयोग किया जाता था।

1.1 भारत में कुल कितने लक्ष्मी विलास पैलेस है ? [ How many lakshmi vilas palace in india]

भारत में कुल 5 लक्ष्मी विलास पैलेस स्थित है इनमे ज्यादातर राजस्थान में स्थित है।

यह जगहें इस प्रकार है-

  1. लक्ष्मी विलास पैलेस भरतपुर राजस्थान
  2. लक्ष्मी विलास पैलेस वड़ोदरा गुजरात
  3. लक्ष्मी विलास पैलेस बीकानेर राजस्थान
  4. लक्ष्मी विलास पैलेस उदयपुर राजस्थान
  5. लक्ष्मी विलास पैलेस जयपुर राजस्थान

2. लक्ष्मी विलास पैलेस की स्थापत्य कला [Lakshmi vilas palace architecture]

अपनी भव्यता और खूबसूरती लिए प्रसिद्ध यह लक्ष्मी विलास पैलेस इंडो सारसेनिक रिवाइवल आर्किटेक्चर के लिए जाना जाता है। इस विशाल महल के प्रमुख वास्तुकार थे- रोबर्ट चिल्शमो।

3. लक्ष्मी विलास पैलेस में फिल्मो की शूटिंग [movie on Lakshmi vilas palace]

इस महल में बॉलीवुड द्वारा समय समय पर विभिन्न फिल्मो की शूटिंग की जाती रही है।

यह फिल्मे इस प्रकार है-

वर्षफिल्मे
1982प्रेम रोग
1993दिल ही तो है
2013ग्रैंड मस्ती
2016सरदार गब्बर सिंह

4. अन्य नजदीकी पर्यटन स्थल [Tourist place in Vadodara]

दोस्तों गुजरात का वड़ोदरा शहर अपनी प्राचीन महत्ता के लिए जाना जाता है और तो और यहाँ पर विभिन्न इमारतों के लिए भी यह काफी प्रसिद्ध है।

दोस्तों पर्यटन की दृस्टि से देखा जाये तो यहाँ पर कुछ विशेष इमारते और दर्शनीय स्थल है जो अपनी अमिट छाप भारत के साथ साथ पूरी दुनिया पर गहरा प्रभाव डालते है।

वड़ोदरा के कुछ प्रमुख पर्यटन स्थल इस प्रकार है-

  • लक्ष्मी विलास पैलेस
  • सयाजी बाग़ चिड़ियाघर
  • बड़ोदा संग्रहालय और चित्र गैलरी
  • सुर सागर झील
  • दक्षिणमूर्ति मंदिर या EME Temple
  • कीर्ति मंदिर
  • महाराजा फ़तेह सिंह संगहालय
  • मकरपुरा पैलेस

4.1 सयाजी बाग़ चिड़ियाघर [Sayaji baug zoo]

सयाजी बाग़ चिड़ियाघर गुजरात के वड़ोदरा में स्थित है। इसे कामती बैग के नाम से भी जाना जाता है।

इसे सयाजी राव गायकवाड़ जी द्वारा बनाया गया था। यह बाग़ पुरे पश्चिमी भारत में स्थित सबसे बड़े बाग़ के रूप में जाना जाता है।

यह बाग़ लगभग 113 एकड़ जितने वृहद् भूमि पर स्थित है।

इसी बाग़ में भारत सहित पूरी दुनिया का सबसे बड़ा पुष्प घड़ी यान floral clock  स्थित है।

यह घड़ी लगभग 20 फिट लम्बे है।

महाराजा द्वारा इसे एक चिड़ियाघर के रूप में 1879 में लोगों के लिए उपलब्ध कराया था।

इस चिड़ियाघर में 167 प्रजातियों के लगभग 1103 प्रकार के विभिन्न जानवरों को रखा गया है।

यह चिड़ियाघर एशियायी शेरों के लिए काफी प्रसिद्ध है।

इसके अलावा यहां पर वर्ष 1962 में 45 प्रकार की विभिन्न मछलियों की प्रजातियों को अक्वेरिअम में रखा गया है।

बड़ोदा संग्रहालय और चित्र गैलरी की स्थापना सयाजीराव गायकवाड़ जी द्वारा वर्ष 1894 में गुजरात के वड़ोदरा शहर में स्थापित किया गया था।

इसे इंडो सरसैनिक आर्किटेक्चर के रूप में बनाया गया था।

इस संग्रहालय में कला मूर्तिकला मानव विज्ञान, ममी इत्यादि चीज़ों के बारे विभिन्न वस्तुए रखी गयी है।

यहाँ पर ब्रिटिश कलाकार JMW turner और john constable ने अपना अहम् योगदान दिया था।

उनके द्वारा बनायीं गयी पेंटिंग्स आज भी यहां पर लगाये गए है।

खुलने का समय- सुबह 10.30 से शाम के 5 बजे तक खुला रहता है।

4.4 सुर सागर झील [Sur sagar lake]

सुर सागर झील गुजरात के वड़ोदरा में स्थित है। इस झील में वर्षभर पानी की आवाजाही रहती है।

इस झील के आस पास कंक्रीटों को बिछाकर इसे पर्यटन के लिहाज से इसे विकसित किया है।

इसी झील के बीचों-बीच भगवान शिव जी की 120 फ़ीट ऊँची मूर्ति को स्थापित किया गया है।

जिसे देखने के लिए गुजरात के साथ साथ पुरे भारत के पर्यटक देखने के लिए आते है।

शिवरात्रि के विशेष पर्व पर इस सुर सागर झील में विभिन्न लाइट्स का प्रयोग किया जाता है।

इस प्रकार हमें भगवान् शिव जी की विहंगम दृश्य दिखलाई पड़ता है।

5.5 दक्षिणमूर्ति मंदिर [EME-Temple Vadodara]

गुजरात के वड़ोदरा में यह दक्षिणमूर्ति मंदिर स्थित है। इस मदिर को EME Temple  के नाम से भी जाना जाता है।

यह मंदिर भगवान शिव जी को समर्पित है।

यह मंदिर अपनी विशेष स्थापत्य कला के लिए जाना जाता है और तो और यह वड़ोदरा में पर्यटन की दृस्टि से सर्वाधिक पर्यटक और श्रद्धालु यहाँ पर आते है।

यह मंदिर पुरे विश्व में सबसे अनोखा मंदिर है क्यूंकि

  • इस मंदिर का कलश हिन्दू धर्म को प्रतिनिधित्व करती है.
  • इस मंदिर का गुम्बद इस्लाम धर्म का प्रतिनिधित्व करती है.
  • जिस मीनार के नीचे भगवान शिव जी की मूर्ति स्थापित है वह ईसाई धर्म का प्रतिनिधित्व करती है.
  • इस मंदिर का गोल्डन टावर टॉप बौद्ध धर्म का प्रतिनिधित्व करती है.
  • मंदिर का प्रवेश द्वार जैन धर्म का प्रतिनिधित्व करती है.
  • मंदिर के अंदर अग्नि की ज्वाला पारसी धर्म का प्रतिनिधित्व करती है.

6.6 कीर्ति मंदिर [Kirti Temple]

कीर्ति मंदिर गुजरात के पोरबंदर में स्थित है। इस मंदिर को अब एक संग्रहालय के रूप में बदल दिया गया है जिसमे महात्मा गाँधी जी द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली वस्तुओं को रखा गया है।

इसके अलावा यहां पर एक पुस्तकालय भी है जहां पर गाँधी जी द्वारा लिखी गयी महत्वपूर्ण पुस्तके और विभिन्न दस्तावेज सुरक्षित रखा गया है।

इस संग्रहालय में गाँधी जी एवं कस्तूरबा देवी जी के तस्वीरें लगायी गयी है। यहाँ पर पुरे विश्व के दिग्गज व्यक्ति यहां पर आकर गाँधी जी के कार्यों की सराहना करते है।

अगर आप भी महात्मा गाँधी जी के जीवन को देखना चाहते है तो एक बार जरूर जाएँ।

5. परिवहन सुविधा [How to reach lakshmi vilas palace vadodara]

लक्ष्मी विलास पैलेस वड़ोदरा आने के लिए आप मुख्यतः तीन साधनो का उपयोग कर सकते है-

सड़क मार्गराष्ट्रीय राजमार्ग 8 वड़ोदरा शहर से होकर गुजरती है आप इसका प्रयोग कर सकते है।
वायु मार्गआप वायु मार्ग का प्रयोग करके सीधे वड़ोदरा एयरपोर्ट पर पहुंच पाएंगे
रेल मार्गशताब्दी और राजधानी ट्रेनों का भी प्रयोग करके आप वड़ोदरा जंक्शन पर पहुंच पाएंगे

6. सवाल जवाब [FAQ]

दोस्तों आप सभी के द्वारा रामबाग पैलेस के बारे में कुछ सवाल पूछे गए है। जिनमे से कुछ को हमने इस आर्टिकल में सबमिट किया है।

उम्मीद है हमारे द्वारा दिए गए जवाबों से आप सभी संतुष्ट हो पाएंगे।

अगर फिर भी आपको लक्ष्मी विलास पैलेस के बारे में कोई भी प्रश्न हो तो कमेंट में जरूर पूछें।

1. लक्ष्मी पैलेस के अंदर फोटोग्राफी कर सकते है ?

इस पैलेस के अंदर फोटोग्राफी करना मना है आप ऐसा ना करें।

2. इस पैलेस में प्रवेश के लिए कितना रूपये टिकट लगता है ?

यदि आप एक विदेशी है तो आपको 400 रूपये और भारतीय है तो 225 रूपये देने पड़ते है।

3. लक्ष्मी विलास पैलेस रविवार के दिन खुला रहता है ?

जी हाँ यह पैलेस रविवार के आलावा सप्ताह के 6 दिन खुला रहता है सिर्फ सोमवार को ही यह पैलेस बंद रहता है।

4. हमारा एक स्कूल ग्रुप है क्या इस जगह पर हमें परमिशन मिल जायेगा ?

बिलकुल यह पैलेस सभी के लिए खुला है आप निश्चिंत होकर आइये और एन्जॉय करिये।

5. क्या यहाँ पर पार्किंग की सुविधा उपलब्ध है ?

हाँ बिलकुल इस जगह पर पार्किंग की सुविधा उपलब्ध है।

6. लक्ष्मी विलास पैलेस कितने बजे खुलता और बंद होता है ?

लक्ष्मी विलास पैलेस सुबह 9 बजे खुलता है और शाम को 6 बजे तक बंद होता है।

7. क्या इस जगह पर लाकर की सुविधा उपलब्ध है ?

नहीं इस जगह पर लाकर की सुविधा उपलब्ध नहीं है आपको अपने सामान की सुरक्षा स्वयं करनी पड़ेगी।

8. क्या यहाँ पर पर्यटकों के लिए रेस्टुरेंट उपलब्ध है ?

जी हाँ यहाँ पर रेस्टुरेंट उपलब्ध है।

9. क्या इस पैलेस में फिल्मो की शूटिंग भी हुयी है ?

जी हाँ इस पैलेस में प्रेमरोग, ग्रैंड मस्ती, सरदार गब्बर सिंह इत्यादि जैसे बॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग हुयी है।

10. इस महल का निर्माण किसने करवाया था ?

इस प्रसिद्ध महल का निर्माण महाराजा सयाजीराव गायकवाड़ जी ने वर्ष 1890 में 60 लाख रुपयों में बनवाया था। यह महल लगभग 500 एकड़ के बृहद भू भाग पर फैला हुआ है।

7. लक्ष्मी विलास पैलेस वड़ोदरा की फोटो [Lakshmi vilas palace image]

8. निष्कर्ष [Conclusion]

दोस्तों गुजरात के वड़ोदरा में स्थित यह महल भारत के सबसे भव्य महलों में से एक माना जाता है। कारण है इसकी खूबसूरती और बृहद क्षेत्र में फैलावट।

इस जगह को इतनी खूबसूरती के साथ मेंटेंड किया गया है की लगता ही नहीं की यह महल 127 वर्ष पुराना है।

इस पैलेस की खूबसूरती को बरक़रार रखने के लिए ही इस पैलेस का प्रवेश टिकट अन्य पैलेस के मुकाबले अधिक है।

इन्ही पैसों का प्रयोग करके इस पैलेस की खूबसूरती और भव्यता को संजो कर रखा गया है।

यदि आप एक इतिहास के विद्यार्थी या फिर आपको घूमने का शौक है तो इस जगह पर जरूर जाएँ।

इन जगहों पर जाने से ना सिर्फ हमारे दिमाग का विकास होता है बल्कि इनसे हमें बहुत कुछ सीखते भी है।

चूँकि यह जगह बच्चो के लिए सेफ है तो आप अपनी फॅमिली के साथ भी इस जगह को जा सकते है और तो और बच्चों को इन राजे महाराजों के बारे में जरूर बताएं ताकि वह अपने देश पर गर्व कर सकें।

लक्ष्मी विलास पैलेस की मैप [lakshmi vilas palace map]

9. सबसे महत्वपूर्ण बात [Very important thing]

दोस्तों इन ऐतिहासिक इमारतों या पर्यटन स्थलों पर टिकट के पैसा, यात्रा अवधी जैसे छोटी चीज़ें बदलती रहती है।

इसलिए यदि आपको इनके बारे में पता है तो जरूर कमेंट में जरूर बताएं हम जल्द ही आपके द्वारा दी गयी जानकारी को अपडेट कर देंगे।

यदि इस पोस्ट में कुछ गलती रह गयी हो तो उसे कमेंट में जरूर बताएं।

धन्यवाद।

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