Gateway of India mumbai
Gateway of India महाराष्ट्र के मुंबई शहर में, समुद्र के किनारे स्थित एक ऐतिहासिक स्मारक है। इस स्मारक को भारत का प्रवेश द्वार और मुंबई का ताजमहल के नाम से भी जाना जाता है।
Why Gatway of India made?
Gateway of India का निर्माण 1911 में ब्रिटेन के राजा जार्ज पंचम और उनकी पत्नी मेरी के भारत में आगमन की याद में बनाया गया था।
हालांकि जॉर्ज पंचम के शाही यात्रा के समय इस ऐतिहासिक स्मारक का निर्माण नहीं हुआ था। इस स्मारक में गुजराती वास्तुकला की झलक देखने को मिलती है।
इसे बनाने के लिए इंडो सारसेनिक शैली का उसे किया गया है। संपूर्ण भारतवर्ष में मुख्यतः तीन प्रकार की शैलियां देखने को मिलती है।
- उत्तर भारत में नागर शैली
- दक्षिण भारत में द्रविण शैली
- वेसर शैली
Who built Gatway of India
Gateway of India की आधारशिला 1913 में रखी गयी थी और1924 में यह पूर्ण रूप बना। इस स्मारक के वास्तुकार का नाम है – जॉर्ज विटेंट।
यह इमारत 26 मीटर ऊँची तथा इसमें 4 मीनारें है और इसका निर्माण में बेसाल्ट के पत्थरों का प्रयोग किया गया है। यह समुद्र के किनारे पर बना हुआ है। इसे बनाने में(1913) लगभग 21 लाख रुपये की लागत आयी थी।
यह पैसा अंग्रेजो का नहीं बल्कि हमारे भारतवासियों की खून पसीने की कमाई की थी। इस स्मारक की देखरेख भारत की archeology department यानि की भारतीय पुरात्तव सर्वेक्षण द्वारा किया जाता है।
गेटवे ऑफ़ इंडिया मुंबई शहर के एक और आकर्षण यानि की मरीना ड्राइव के साथ साथ जुड़ा हुआ है और ऐसा मालूम होता है इनका चोली दामन का साथ है।
इस समारक के आस पास रंग-बिरंगी lights लगी हुयी है की वजह से इसकी खूबसूरती और निखर के आती है। यदि आप रात में इसे देखेंगे तो आपको इसकी खूबसूरती का एहसास होगा।
Read this : मुरुड जंजीरा किले का इतिहास और उसकी वास्तुकला
Diffrence between gateway of india mumbai and gateway of india delhi
दोस्तों बहुत सारे लोग गेटवे ऑफ़ इंडिया और इंडिया गेट के बीच में कंफ्यूज हो जाते है तो जबकि एक उत्तर भारत में है तो दूसरा दक्षिण भारत में है।
इन दोनों ही ऐतिहासिक स्मारकों के बारें में कुछ अंतर है –
Gateway of India | India Gate |
Location- मुंबई, समुद्र किनारे स्थित | Location- दिल्ली, राजपथ पर स्थित |
Height-26 m | Height-42 m |
निर्माण वर्ष- 1924 | निर्माण वर्ष- 1931 |
ब्रिटेन के राजा जार्ज पंचम और उनकी पत्नी मेरी के भारत में आगमन की याद में बनाया गया था। | प्रथम विश्वयुद्ध और अफगान युद्ध में शहीद हुए जवानों की याद में बनाया गया था। |
Architect/ वास्तुकार- जॉर्ज विटेंट। | Architect/ वास्तुकार- एडवर्ड लुटियंस |
Conclusion
दोस्तों गेटवे ऑफ़ इंडिया हमारे देश के प्रमुख धरोहरों में से एक है। हमें इसे देखना चाहिए। इस स्थान का History में अपना अलग स्थान है।
तो दोस्तों उम्मीद करता हूँ की आपको यह जानकारी पसंद आयी होगी। अगर आपको यह जानकारी पसंद आयी है और आपको लगता है की यह article helpful है तो इसे अपने social media में जरूर share कीजियेगा।
इसे भी पढ़ें –