Charminar : Tourist attraction | विश्वप्रसिद्ध चारमीनार का इतिहास

जिस प्रकार से उत्तर प्रदेश के लखनऊ को नवाबो का शहर के तौर पर जाना जाता है उसी प्रकार से हैदराबाद शहर को भी नवाबों के लिए जाना जाता है।

इस शहर में एक से बढ़कर एक प्राचीन इमारते स्थित है जिनका अपना एक इतिहास है।

ये इमारते ना सिर्फ उस समय के नवाबों की प्राचीन गाथा गति है बल्कि उनकी कला और संस्कृति के प्रति समर्पण भाव को भी दर्शाती है।

दोस्तों आज हम चलने वाले है हैदराबाद शहर में स्थित चारमीनार के दर्शन करने।

हैदराबाद का नाम सुनते ही हमारे दिमाग में हैदराबादी बिरयानी की भीनी भीनी खुशबु दौड़ने लगाती है , और हो भी क्यों ना क्यूंकि यहाँ की बिरयानी पुरे विश्व में जो प्रसिद्ध है। तो आइये चलते है।

1. चारमीनार कहाँ पर स्थित है ? [Charminar location]

विश्वप्रसिद्ध चारमीनार तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में स्थित है। चारमीनार दो शब्दों से मिलकर बना हुआ है।

चार और मीनार जिसका अर्थ है चार स्तम्भों से मिलकर बना हुआ कोई इमारत।

इस प्रसिद्ध इमारत में चार मीनार स्थित है जिस वजह से इसका नाम चारमीनार पड़ा।

चारमीनार ना सिर्फ एक ऐतिहासिक इमारत है बल्कि यह एक मस्जिद भी है। यह इमारत लगभग 400 सालों से धार्मिक और ऐतिहासिक दोनों ही रूपों में प्रख्यात है।

मुख्यतः हैदराबाद जाने वाले अधिकतम पर्यटक सिर्फ और सिर्फ चारमीनार को ही प्राथमिकता देते है।

उसके बाद ही अन्य जगहों पर जाने की सोचते है और हो भी क्यों ना इस इमारत की खूबसूरती और स्थापत्य कला के साथ साथ पास ही में स्थित खचा- खच भरे बाजार से इस जगह की रौनक बढ़ जाती है।

2. चारमीनार का इतिहास क्या है ? [ Charminar history]

हैदराबाद स्थित चारमीनार का निर्माण मोहम्मद कुली क़ुतुब शाह द्वारा वर्ष 1591 में करवाया गया था। वह प्रसिद्ध क़ुतुब शाही वंश से सम्बन्ध रखते थे।

मोहम्मद कुली क़ुतुब शाह ने अपनी राजधानी गोलकुंडा से हैदराबाद स्थानांतरित की थी और इसी वजह से अपनी राजधानी में इस विश्वप्रसिद्ध इमारत का निर्माण करवाया था।

हालाँकि इस इमारत को बनवाने के पीछे भी एक गजब की रोचक कहानी है।

कहा जाता है की एक बार क़ुतुब शाह जी के शासनकाल में भयानक बीमारी प्लेग ने तबाही मचा दी थी तब क़ुतुब शाह जी ने अल्लाह से प्रार्थना की और एक उनके लिए एक इमारत बनवाने के लिए मन्नत मांगी थी।

वक्त बीतता रहा और धीरे धीरे प्लेग बीमारी ने अपना रौद्र रूप कम कर लिया तब क़ुतुब शाह जी को अपनी प्रतिज्ञा यद् आयी और उन्होंने चारमीनार की स्थापना करवाई।

3. चारमीनार की स्थापत्यकला [Charminar architecture]

चारमीनार को बनाने के लिए ग्रेनाइट चुना पत्थर मोर्टार और संगरमरमर का प्रयोग किया गया है।

इसे एक चौकोर संरचना में बनाया गया था जिसका हर वर्ग लगभग 66 फुट था और प्रत्येक वर्ग के पास एक मेहराब यानि की मीनार स्थति है।

यह मीनार लगभग 184 फुट ऊँचे है। इन मीनारों या स्तम्भों पर काफी सुन्दर कलाकृति बनायीं गयी है खासकर इसमें कमल की पत्ती वाली आकृति बेहद लुभावनी लगती है।

क़ुतुब शाही राजवंश के दौरान इसके प्रथम तल को, एक मदरसे यानि स्कूल के रूप में उपयोग किया जाता था और इसके दूसरे तल पर पश्चिम दिशा में एक मस्जिद स्थापित की गयी थी जहाँ पर लोग नमाज पढ़ते थे।

चारमीनार मुसी नदी के किनारे पर स्थित है और यदि आपको याद हो तो एक और बेहतरीन नगीना हैदराबाद अपने पास रखता है और वो है नवाबों की शान को बतलाती सालारजंग संग्रहालय

चारमीनार के पश्चिम में एक बाजार काफी प्रसिद्ध है जिसका नाम है लाद बाजार।

वही इसके पश्चिम प्रसिद्ध ग्रेनाइट से बना हुआ मक्का मस्जिद स्थित है। ये बाजार मुख्यतया स्थानीय सामान और चूड़ियों के लिए काफी प्रसिद्ध है।

मकर संक्रांति यानि की खिचड़ी के समय यहां पर पतंगों से सजी हुयी दुकाने आपका मन मोह लेंगी।

जब इतने महत्वपूर्ण इमारतों की बात हो ही रही है तो मैं आपको बता दू की इन इमारतों की देखरेख का जिम्मा भारतीय पुरात्तव विभाग यानि archeological survey of India करती है।

भारतीय पुरातत्व विभाग खुद इन प्रमुख इमारतों को पुरातात्विक और वास्तुशिल्प खजाने के रूप में अंकित किया है।

4. चारमीनार के कुछ रोचक तथ्य [Charminar facts]

  • प्रसिद्ध चारमीनार को मोहम्मद कुली कुतुबशाह द्वारा बनवाया गया था.
  • इस इमारत में कुल चार मीनारे है जिस वजह से इसका नाम चारमीनार पड़ा था.
  • यह इमारत की संरचना वर्गाकार है.
  • इसके निर्माण में ग्रेनाइट चुना पत्थर और संगरमरमर का प्रयोग किया गया था
  • वर्ष 2007 में पाकिस्तान के कराची शहर में इस इमारत का प्रतिबिम्ब या नक़ल बनाया गया था.

6. जलवायु परिवर्तन द्वारा चारमीनार को हो रहा नुकसान

धरती के लगातार गर्म होने का कारण है global worming यानि वैश्विक तापमान में वृद्धि।

इसे बढ़ाने में हम मनुष्य जाति सबसे आगे है। global worming के कारण पृथ्वी का आतंरिक संतुलन बिगड़ गया है।

चारमीनार हो या अन्य इमारत इन सभी प्राचीन इमारतों को अम्लीय वर्षा यानि acid rain सबसे ज्यादा प्रभावित कर रही है।

यही कारण है की ये इमारतें अपनी पुरानी खूबसूरती यानि इनका रंग में थोड़ा परिवर्तन होता चला जा रहा है।

7. हैदराबाद की बिरयानी [Charminar biryani]

दोस्तों हैदराबाद गए और हैदराबादी बिरयानी न खायी हो तो ऐसा लगता है की कुछ तो मिसिंग है।

इस बिरयानी को इतनी खूबसूरती से बनाया जाता है की बस मुँह में पानी ही आ जाता है।

यदि आपको हैदराबादी बिरयानी के बारे में जानकारी लेनी है तो आप सर्च जरूर करें।

इस बिरयानी में सूखे मेवे और सुगन्धित मसलों का प्रयोग किया जाता है।

यहाँ पर बिरयानी भी कई तरीके की बनायीं जाती है जिनमे कबाब बिरयानी, बोटी कबाब कीमा समोसा, ईरानी चाय, कीमा और मीठी बिरयानी और तो और नान रोटी जैसी लजीज पकवान शामिल है।

हैदराबाद में बिरयानी के बाद जो चीज़ सर्वाधिक प्रसिद्ध तो वो है यहाँ की खीर और सेवइयां जिसे रमजान के महीने में बनाया जाता है।

8. हैदराबाद की प्रसिद्ध अन्य पर्यटन स्थल [Tourist place in Hyderabad ]

हैदाबाद शहर अपने पर्यटन और खान-पान के लिए जाना जाता है। दोस्तों यदि आप लोगों को कभी मौका मिले तो इन जगहों पर जरूर घूमने के लिए जाये।

यह जगहे न सिर्फ आपका मनोरजन करेंगी बल्कि इन स्थानों पर जाने पर आपको हैदराबाद के नवाबो का इतिहास और उनकी दिनचर्या जैसे चीज़ों से भी अवगत कराएगी।

  • गोलकुंडा का किला
  • चारमीनार
  • सालारजंग संग्रहालय
  • चौमुहल्ला पैलेस
  • हुसैन सागर
  • बिरला मंदिर
  • मक्का मस्जिद
  • स्नो वर्ल्ड
  • सुधा कार म्यूजियम
  • जामिया मस्जिद
  • प्रियदर्शिनी पार्क
  • रामोजी फिल्म सिटी. इत्यादि

9. चारमीनार की फोटो [Charminar images]

10. निष्कर्ष [Conclusion]

हैदराबाद स्थित चारमीनार पर्यटकों द्वारा देखा जाने वाला सबसे प्रसिद्ध इमारतों में से एक है।

मुख्यतः हैदराबाद जाने वाले अधिकतम पर्यटक सिर्फ और सिर्फ चारमीनार को ही प्राथमिकता देते है।

उसके बाद ही अन्य जगहों पर जाने की सोचते है और हो भी क्यों ना इस इमारत की खूबसूरती और स्थापत्य कला के साथ साथ पास ही में स्थित खचा- खच भरे बाजार से इस जगह की रौनक बढ़ जाती है।

चारमीनार हैदराबाद का मैप [Charminar Hyderabad map]

11. सबसे महत्वपूर्ण बात [Very important thing]

दोस्तों इन ऐतिहासिक इमारतों या पर्यटन स्थलों पर टिकट के पैसा, यात्रा अवधी जैसे छोटी चीज़ें बदलती रहती है। इसलिए यदि आपको इनके बारे में पता है तो जरूर कमेंट में जरूर बताएं हम जल्द ही आपके द्वारा दी गयी जानकारी को अपडेट कर देंगे।

यदि इस पोस्ट में कुछ गलती रह गयी हो तो उसे कमेंट में जरूर बताएं।

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