अमरनाथ गुफा मंदिर (Amarnath cave Temple) जम्मू कश्मीर में स्थित है।
यह मंदिर हिन्दुओ की आस्था का एक प्रमुख केंद्र है । ऐसा माना जाता है की इसी जगह पर भगवान शिव जी ने माता पार्वती जी को अमर होने का रहस्य बतलाया था।
अमरनाथ मंदिर समुद्र तल से 3888 m की ऊंचाई पर स्थित है। इस गुफा की लम्बाई 19 m तथा इसकी ऊंचाई लगभग 11 m है।
1. location
अमरनाथ गुफा मंदिर जम्मू कश्मीर के पहलगाम में स्थित है । इस यात्रा के लिए पहले आपको Registration करना पड़ता है उसके बाद ही आप अमरनाथ यात्रा कर सकते है।
वाराणसी से अमरनाथ की दुरी है | 1223 KM |
मुंबई से अमरनाथ की दुरी है | 1702 KM |
तमिलनाडु से अमरनाथ की दुरी है | 2586 KM |
दिल्ली से अमरनाथ की दुरी है | 631 KM |
पश्चिम बंगाल से अमरनाथ की दुरी है | 1732 KM |
2. अमरनाथ यात्रा [Amarnath journey]
अमरनाथ यात्रा (amarnath cave temple)पर जाने के लिए दो प्रमुख रास्ते है।
- पहलगाम
- सोनमार्ग बलटाल
2.1 Pahalgam vs Sonmaarg baltaal
पहलगाम के लिए आप किसी भी साधन का चुनाव कर सकते है । इस यात्रा के लिए रेलमार्ग ,वायुमार्ग और तो और बसें एवं अन्य साधन भी उपलब्ध है।
लेकिन इसके आगे आपको किसी भी प्रकार के साधन नहीं मिलेंगे इसका प्रमुख कारण है – ऊँचे-ऊँचे पहाड़ एवं दुर्गम घाटियां।
पहलगाम मार्ग सोनमर्ग की अपेक्षा ज्यादा सुरक्षित मानी जाती है। लेकिन ऐसा भी नहीं है की सोनमर्ग से कोई भी श्रद्धालु जाता नहीं है।
असल में सोनमार्ग से ज्यादातर Youngsters ही यात्रा के लिए जाते है इसका प्रमुख कारण है – Youngsters द्वारा रोमांचकारी अनुभव और जोखिम लेने की प्रवृत्ति और अमरनाथ गुफा मंदिर की दुरी।
सोनमार्ग बालटाल से अमरनाथ धाम की दुरी केवल 14 KM है।
भारत सरकार सोनमार्ग से जाने से मना करती है लेकिन जोखिम लेने वाले भला सुनते कहाँ है।
3. History of Amarnath cave Temple
अमरनाथ हिन्दू धर्म के प्रमुख तीर्थों में से एक माना जाता है। यह वही स्थान है जहाँ पर भगवन शिव जी ने माता पार्वती जी को अमरत्व का ज्ञान करवाया था।
ऐसी मान्यता है की जिस वक्त शिव जी माता पार्वती जी को अमरत्व का ज्ञान करवा रहे थे तब उस समय उनकी बातों को कबूतरों के जोड़े ने सुना था और तभी से ये कबूतरों का जोड़ा अमर हो गया ।
आज भी ऐसा माना जाता है की जिस भी श्रद्धालु को यह जोड़ा दिखता है उसका उद्धार भगवान शिव एवं माता पार्वती जी स्वयं करते है।
तो यदि आप अमरनाथ यात्रा पर निकले है तो एक बार उस जोड़े को देखने की कोशिश जरूर करे।
अन्य मान्यताओं के अनुसार भगवान् शिव जी जब माता पार्वती जी को अमरत्व का ज्ञान करवा रहे थे तब उन्होंने अपने गले के शेषनाग को शेषनाग नामक स्थान में छोड़ा था साथ ही उन्होंने माथे के चन्दन को चंदनबाड़ी में उतारा था और वही अनेक छोटे छोटे नागों को अनंतनाग में छोड़ा था।
4. विशेषता [Specialty]
अमरनाथ मंदिर (amarnath cave temple)में शिवलिंग बर्फ से बना है। प्राकृतिक बर्फ से बने होने के कारण इस शिवलिंग को हिमानी शिवलिंग के नाम से भी जाना जाता है।
इस शिवलिंग के दर्शन के लिए भक्तगण सावन महीने में आते है।चन्द्रमा के आकार के घटने और बढ़ने के साथ साथ हिमानी शिवलिंग का आकार में भी परिवर्तन होता रहता है।
श्रावण पूर्णिमा से शुरू हुआ यह चक्र अमावस्या तक अपने आप ही छोटा होता चला जाता है।
हिमानी शिवलिंग से थोड़ी ही दुरी पर गणेश , भैरव , और माता पार्वती की अलग – अलग हिमखंड स्थित है।
5. आवेदन कैसे करें [Registration process]
अमरनाथ यात्रा के लिए दो प्रमुख चरण है –
- Online
- offline
यदि आप अमरनाथ यात्रा के लिए online Registration करना चाहते है तो आप श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड (SASB) पर कर सकते है।
यदि आप अमरनाथ यात्रा offline Registration करना चाहते है तो आपको दिए गए फॉर्म को भरकर बैंक में जमा करना होगा।
form से सम्बंधित Bank की लिस्ट भी आपको website पर मिल जाएगी । Bank की list देखने के लिए आप इसे download कर सकते है।
6. आवेदन करने के नियम [Rules for Registration]
6.1 For online & offline
अमरनाथ यात्रा इस वर्ष 28 जून 2021 से शुरू होगी तथा 22 अगस्त 2021 को समाप्त होगी।
- Registration पहले आओ , पहले पाओ (first come first service)पर आधारित है
- अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन १ अप्रैल २०२१ से शुरू हो गयी है। यह सुविधा सभी बैंको के माध्यम से की गयी है ।
- सभी बैंक अपने निर्धारित सीटों के माध्यम से प्रतिदिन आवेदन स्वीकार करेंगे ।
- इस यात्रा के लिए 13 वर्ष से ऊपर और 75 वर्ष से निचे के व्यक्ति ही आवेदन कर सकते है तथा गर्भवती महिलाये इस यात्रा के लिए आवेदन नहीं कर सकती है ।
- अमरनाथ यात्रा के लिए अपने आपको स्वस्थ रखना होगा तथा आपके स्वस्थ्य की जांच के लिए SSB द्वारा दिए गए डॉक्टर्स और मेडिकल इंस्टीटूशन्स से ही Checkup करना होगा । इसके लिए आपको इस लिंक के माध्यम से अपने राज्य में जांच करना होगा । list of Doctors & Medical Institutions in your State
- इस यात्रा के लिए आपको तीन चीज़ों की जरुरत पड़ेगी > 1. Application form 2. CHC certificate (15 मार्च के बाद का होना चाहिए) 3. passport size photo (Nos=4)
1 से 5 सदस्यों ले लिए | 50 Rs |
6 से 10 सदस्यों ले लिए | 100 Rs |
11 से 15 सदस्यों ले लिए | 150 Rs |
16 से 20 सदस्यों ले लिए | 200 Rs |
21 से 25 सदस्यों ले लिए | 250 Rs |
26 से 30 सदस्यों ले लिए | 300 Rs |
7. क्या करे और क्या न करें [Do and Don’t]
अमरनाथ यात्रा के दौरान बहुत से श्रद्धालु अनजाने में कुछ गलत कार्यों को करते है। नीचे दिए गए निर्देशों पालन करके आप अपनी यात्रा को सुखमय बना सकते है ।
अमरनाथ की यात्रा के लिए पर्याप्त woolen cloths ऊनी कपड़े जरूर ले जाये क्यूंकि इस जगह का तापमान घटता बढ़ता रहता है। | |
अपनी यात्रा के दौरान छाता,Raincoat इत्यादि चीज़ें जरूर ले जाये | |
अपने कपड़ो और अन्य चीज़ों की सुरक्षा के लिए waterproof Bags जरूर ले जाये | |
आप अपने जेब में एक कागज पर अपना Name , Address , Mobile no इत्यादि जरूर लिख कर रखे में यह Emergency में आपकी पहचान का काम करेंगी | |
अपना Aadhaar card या Driving License जरूर साथ ले ले । |