all about Thirumalai Nayakkar Mahal | तिरुमलई नायक पैलेस की कहानी

1. तिरुमलाई नायक्कर महल [Thirumalai Nayakkar Mahal in Hindi]

तिरुमलई नायक पैलेस तमिलनाडु राज्य के मदुरै शहर में स्थित है।

यह तमिलनाडु के सर्वाधिक प्रसिद्ध पैलेस में से एक है। चूँकि इस पैलेस का प्रयोग एक संग्रहालय के रूप में किया जाता है तो इसलिए इस पैलेस का महत्व काफी बढ़ जाता है।

ब्रिटिश कल में इस महल का प्रयोग प्रशासनिक कार्यों के लिए होता था।

लेकिन आज की तारीख में इस पैलेस की देखरेख का कार्य भारतीय पुरातत्व विभाग या Indian archeology department करती है। इसीलिए इस पैलेस को राष्ट्रीय ईमारत के रूप में चुना गया है।

2. तिरुमलई नायक पैलेस का इतिहास [History of Thirumalai Nayakkar Mahal]

इस पैलेस का निर्माण मदुरै के राजा थिरुमलाई नायकर द्वारा सन 1636 में करवाया गया था।

थिरुमलाई नायक वंश से सम्बंधित थे। इसे बनाने के लिए राजा साहब ने यूरोपीय देश इटली के वास्तुकार की मदद ली।

3. तिरुमलई नायक पैलेस की स्थापत्य कला [Architecture of Thirumalai Nayakkar Mahal]

तिरुमलई नायक पैलेस को द्रविण, राजस्थानी और इस्लामिक शैली में बनाया गया है।

द्रविण शैली अधिकतर दक्षिण भारत के सभी इमारतों और मंदिरो में प्रयोग किया जाता रहा है।

वही उत्तर भारत में नागर शैली का प्रयोग किया जाता रहा है।

इस महल में बारीक़ कलाकारी की गयी है, जिसे देखकर कोई भी आश्चर्यचकित हो जाता है।

इस महल की छत पर भगवान् शिव और विष्णु जी के जीवन से सम्बंधित कलाकृतियां बनायीं गयी है।

यह महल लगभग 248 स्तम्भों या खम्भों पर टिका हुआ है। ये स्तम्भ 82 फ़ीट ऊँचे और 19 फ़ीट चौड़े है।

इन स्तम्भों पर इंडो सरसैनिक वस्तुकल का प्रयोग किया गया है वही इन स्तम्भों के शीर्ष भाग पर एक बड़ा सा गुम्बद है

जिसका आकर अष्टकोणीय है वही इस गुम्बद को बनाने के लिए बेहद बारीकी पत्थर के सिल्ली का प्रयोग किया है।

सन 1886 ईस्वी में तिरुमलई नायक पैलेस का जीर्णोद्धार या यु कहें की इस पैलेस की रंगाई पुताई ब्रिटिश सरकार द्वारा नियुक्त मद्रास के गवर्नर लार्ड नेपियर द्वारा किया गया।

ऐसा कहा जाता है इस महल की मूल संरचना यानि जब इसका निर्माण किया गया था तब यह महल आज के महल से लगभग 4 गुना ज्यादा बड़ा था।

यह महल 3700 वर्ग किमी के बड़े क्षेत्र में फैला हुआ था। इस महल की आतंरिक संरचना या interior में काफी कलाकारी की गयी है।

महल का आंगन विशाल गोलाकार खम्भों पर टिका हुआ है।

इसे भी पढ़ें-

  1. बृहदीश्वर मंदिर की कहानी
  2. विवेकानंद रॉक मेमोरियल कन्याकुमारी

महल को बनाने में चुना प्लास्टर के साथ साथ अंडे का भी प्रयोग किया है। है न अजीब बात।

वह इसलिए ताकि इस महल की बनावट और रौनक दोनों ही बानी रहे और लम्बे समय तक इस महल की दीवारे चमकती रहे।

इस महल के दो भाग है-

महल का भाग उसका उपयोग
प्रथम भाग- स्वर विलासमसिंहासन कक्ष या बैठक
द्वितीय भाग- रंग विलासमनाट्यशाला धर्मस्थल तालाब एवं उद्यान

वर्त्तमान समय में तमिलनाडु सरकार द्वारा पर्यटकों को लुभाने और राज्य में टूरिज्म को बढ़ने के लिए इस महल में रंगबिरगी लाइट्स और साउंड का प्रयोग किया जा रहा है।

इस प्रयास के माध्यम से पर्यटकों को तमिलनाडु के इतिहास के बारे बताया जाता है।

4. तिरुमलई नायक पैलेस देखने का कितना रुपया टिकट लगता है ? [Ticket price to see Thirumalai Nayakkar Mahal]

for Ticket price
Indian youngsters 10 Rs
Children’s5 Rs
Foreigners 50 Rs
camera 30 Rs
Videography 100 Rs

5. तिरुमलई नायक पैलेस कब देखने जाएँ ? [When you comes]

हम सभी जानते है की गर्मियों का मौसम कितना उमस लिए हुए होता है तो मेरी सलाह है की गर्मी के मौसम में न जाये और है बारिश के मौसम में भी बिलकुल न जाये।

दोस्तों यु तो आप किसी भी मौसम में इस पैलेस को देखने के लिए जा सकते है।

लेकिन यदि आप ठण्ड का मौसम यानि नवंबर से फरवरी के बीच में जायेंगे तो आप इस जगह को अच्छे से एन्जॉय कर पाएंगे और है आपका अनुभव भी बेहतर होगा।

6. परिवहन सुविधा [How to reach]

तिरुमलई नायक पैलेस पहुंचने के लिए आप इन तीन साधनो का प्रयोग कर सकते है-

नजदीकी रेलवे स्टेशन मदुरै जंक्शन
नजदीकी हवाई अड्डामदुरै हवाई अड्डा
सड़क परिवहन मदुरै बस अड्डा

Leave a Comment