all about Mahalingeswara Temple | महालिंगेस्वर मंदिर का इतिहास

1. महालिंगेस्वर मंदिर [Mahalingeshwara temple in Hindi]

पुत्तुर महालिंगेस्वर मंदिर कर्णाटक के कन्नड़ जिले के पुत्तुर में स्थित है।

यह मंदिर 12 वि शदी में स्थापित हुयी थी। यह मंदिर बैंगलोर शहर से 300 किलोमीटर स्थित है।

इस मंदिर को वर्ष 1961 में के अधिनियम द्वारा इसे राज्य सर्कार द्वारा संरक्षित किया गया है।

वर्तमान में इस मंदिर की रखरखाव और संरक्षण कार्य कर्नाटक सरकार द्वारा किया जाता है।

2. महालिंगेस्वर मंदिर का इतिहास [History of Mahalingeshwara temple]

पुत्तुर स्थित यह महालिंगेस्वर मंदिर भगवान शिव जी को समर्पित है।

शिव जी के एक रूप को हम महालिंगेस्वर के नाम से जानते है।

इस मंदिर की स्थापना 12 हावी सदी में हुयी थी।

3. मंदिर की स्थापत्य कला [Architecture of Mahalingeshwara temple]

इस मंदिर के पास ही में एक तालाब स्थित है जिसे लेकर लोगों का मानना है की प्राचीन समय में इस तालाब में मोतियां मिलती थी।

तालाब के पानी तक पहुंचने के लिए सीढियाँ बनायीं गयी है।

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4. मंदिर में दर्शन करने का समय [Puttur Mahalingeshwara temple timings]

यह मंदिर वर्ष भर खुल रहता है। आप यहाँ पर जब चाहे भगवन शिव जी की आराधन कर पाएंगे।

यह मंदिर सुबह के 5 बजे से लेकर शाम के 8 बजे तक खुला रहता है वही दोपहर 1 बजे से 4 बजे तक बंद रहता है।

दिनसमय
सोमवार 5 AM – 8 PM
मंगलवार5 AM – 8 PM
बुधवार5 AM – 8 PM
बृहस्पतिवार5 AM – 8 PM
शुक्रवार5 AM – 8 PM
शनिवार5 AM – 8 PM
रविवार5 AM – 8 PM

5. पुत्तुर स्थित महालिंगेस्वर मंदिर में उत्सवों का आयोजन [Festival Mahlingeswara Temple]

महालिंगेस्वर मंदिर में विशेष तौर पर रथ महोत्सव नामक एक उत्सव होता है जिसे स्थानीय लोग पुरे 10 दिनों तक मनाते है।

इस दौरान इस मंदिर की रंगबिरंगी लाइट्स और आतिशबाजी से रौनक बढ़ जाती है।

महालिंगेस्वर मंदिर में कुल 11 त्योहारों का आयोजन प्रतिवर्ष किया जाता है जिसे देखने के लिए भारी मात्रा में पर्यटक इकट्ठी होती है।

  1. नागर पंचमी
  2. कदिरु
  3. गणेश चतुर्थी
  4. नवरात्री पूजा
  5. दीपावली पर बलिंद्र
  6. पुकेरे उत्सव
  7. लक्ष्य दीपोत्सव
  8. मकर
  9. शिवरात्रि उत्सव
  10. वार्षिक जत्रोत्सव
  11. पट्टानाजे

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