अजंता की गुफाओं का इतिहास और उसकी वास्तुकला | All about Ajanta caves

दोस्तों प्राचीन कल में जब मनुष्यों के पास अपनी कोई भाषा या बोली नहीं थी और जाहिर सी बात है तब के मनुष्य जाति उतनी विकसित नहीं हुयी थी जितनी की आज है।

जंगली जानवरों और प्राकृतिक आपदाओं से बचाव के लिए तब के मनुष्यों ने पहाड़ों एवं गुफाओं का सहारा लिया।

इन्ही गुफाओं में वह रहते और अपने दैनिक दिनचर्या को करते थे।

एक बात और थी तब उस समय किसी भाषा या बोली का विकास नहीं हुआ था जिस वजह से वह अपनी बातों को उतना सुचारु ढंग से प्रदर्शित नहीं कर पाते थे जितना की आज हम लोग कर पाते है।

प्राचीन मनुष्यों ने अपने भावनाओं और जीवनचर्या को एक रूप देने के लिए इन्ही गुफाओं और पत्थरों पर कलाकृति या सांकेतिक भाषा का प्रयोग करने लगे।

जिसका अर्थ यह हुआ की अब लोग भाषा तो नहीं लेकिन अपनी कलाकृति और सांकेतिक कला के कारण अब एक दूसरे से कम्यूनिकेट करने लगे।

यह तो एक शुरुआत भर थी। तो दोस्तों आइये चलते है ऐसे ही एक प्राचीन और अनोखे गुफा यानी की Ajanta caves की यात्रा पर जहाँ पर हमारे पूर्वजों ने अपनी कलाकृति के माध्यम से अपनी गाथाओं और रहन सहन को चिंत्रों और कलाकृतियों के माध्यम से हम सभी को ज्ञात करवाया है।

1. अजंता की गुफएं कहाँ पर स्थित है ? [Where is Ajanta located]

Ajanta caves महाराष्ट्र के औरंगाबाद के पास में स्थित वाघोरा नदी के तट के करीब स्थित है।

जंता में कुल 29 गुफाये है जिनमे सभी बौद्ध धर्म से सम्बंधित है।

हजारों वर्ष बीत जाने के बाद भी अजंता गुफा की पेंटिंग्स की चमक फीकी नहीं पड़ी है। यह आज भी वैसे है जैसी प्राचीन काल में थी।

यह गुफा पश्चिमी घाट यानि सह्याद्रि की पहाड़ियों पर स्थित है।

इन गुफाओ की खोज जॉन स्मिथ और उनके सहयोगी दल द्वारा वर्ष 1819 में खोजा गया था। जब वह शिकार पर अपने साथियों के साथ निकले थे।

2. अजंता की गुफाओं का इतिहास क्या है ? [Ajanta cave History]

ऐसा अनुमान है की इन गुफाओं का निर्माण 200 ईस्वी पूर्व से लेकर 650 ईस्वी पूर्व के बीच हुआ था।

इन गुफाओं के प्रमाण हमें चीनी यात्री फाह्यान के यात्रा वृतांत के रूप में प्राप्त होती है। यह गुफा भित्ति चित्र के लिए काफी प्रसिद्ध है।

यह गुफाये औरंगाबाद शहर से लगभग 107 किमी दूर स्थित है तथा इसे घोड़े की नाल के आकर में इसको काटकर बनाया गया था।

इन गुफाओ में मठ बनाये गए थे जहाँ पर बौद्ध भिक्षुक आकर ध्यान लगते थे साथ ही साथ भगवन गौतम बुद्ध की दी हुयी शिक्षा को अनुसरण करते थे।

गुफाओ के दीवारों और छतों पर गौतम बुद्ध के जीवन से सम्बंधित चित्रकारी की गयी है।

इनमे सर्वाधिक प्रसिद्ध जातक कथाएं वाली पेंटिंग्स है। अजंता की इन गुफाओ को पुरातत्विद दो भागों में बांटते है-

  1. हीनयान
  2. महायान

दोस्तों गौतम बुद्ध के महापरिनिर्वाण के पश्चात उनके अनुयायिओ में काफी मतभेद होने प्रारम्भ हो गए।

कुछ उन्हें भगवान के रूप में पूजने के लिए उनकी मूर्तियां बनानी प्रारम्भ कर दी।

यह अनुयायी महायान कहलाये, वही कुछ अनुयायी सिर्फ उनके ही एक रूप यानि शुन्य में विश्वास करते हुए सादा जीवन व्यतीत करने लगे, ये अनुयायी हीनयान कहलाये।

3. अजंता गुफा की पेंटिंग्स [Ajanta caves paintings]

अजंता की गुफाओ में फ्रेस्को पेंटिंग्स का प्रयोग किया गया था। क्या आप इस पेंटिंग के बारे में जानते थे ? कमेंट करके जरूर बताएं। तो आइये मैं आपको बता देता हूँ की यह पेंटिंग कैसी होती थी और इसका निर्माण कैसे होता था ?

3.1 फ्रेस्को पेंटिंग क्या होता है ? [What is fresco painting]

फ्रेस्को एक प्राचीन चित्रकला तकनीक है जिसे आमतौर पर प्लास्टर के साथ पतला खनिज आधारित पिग्मेंट को मिलकर प्राप्त किया जाता है।

प्लास्टर में कार्बोनेस्टिव की प्रक्रिया पूरी होने के पश्चात् रंग काफी ठोस हो जाता है जिससे इनका रंग फीका नहीं पड़ता।

इस तकनीक में मुख्यतः तीन चीज़ों की जरुरत होती है-

  1. समर्थन
  2. प्लास्टर
  3. रंग

इस प्रकार की तकनीक का प्रयोग माइकल एंजेलो और राफेल जैसे प्रसिद्ध चित्रकार करते थे।

4. अजंता की गुफाओं की स्थापत्य कला [Ajanta Ellora tourism]

अजंता गुफा संख्याक्यों है खास
गुफा 1गौतम बुद्ध जी की प्रतिमा, नक्कासीदार देवी की प्रतिमा
गुफा-2 दीवारों पर गौतम बुद्ध जी की 1000 के करीब पेंटिंग्स , एक छोटी बच्ची की भी पेंटिंग्स बानी है
गुफा-4 इन गुफाओ में चित्र आधे अधूरे बने हुए है
गुफा-6 बौद्ध धर्म की प्रमुख शाखा महायान को दर्शाती है। गौतम बुद्ध जी की मूर्ति, हाथ में कमल का फूल लिए हुए एक बौद्ध भिक्षु
गुफा- 9 चैत्य हाल, बहुत बड़ा घोड़े की नाल के आकार की खिड़की
गुफा- 10 गौतम बुद्ध जी की जीवन से जुड़े लोगों की तस्वीर
गुफा- 11हीनयान से महायान के बिच हुए परिवर्तन को दर्शाती हुयी
गुफा- 17 बुद्ध जी का प्रारंभिक जीवन को दर्शाया गया है
गुफा- 21 कुल 26 नक्काशीदार खम्भों की प्रस्तुति
गुफा-24 ज्यादातर स्तम्भ आधे अधूरे बने हुए है
गुफा- 26गौतम बुद्ध जी की प्रतिमा
गुफा- 27 बौद्ध धर्म की महत्ता समझाती हुयी प्रतिमाएं।

5. अजंता की गुफा के रोचक तथ्य [Some interesting facts about Ajanta caves]

  • इन गुफाओ में फ्रेस्को पेंटिंग का प्रयोग किया गया था
  • इन गुफाओ में लगभग सभी चित्र लाल रंग में पेंट किये हुए दिखाई देते है
  • अजंता की गुफाओ की सबसे बड़ी खासियत इसमें बुद्ध और उनकी कहानियां यानि जातक कथा को पेंटिंग्स में दर्शाया गया है
  • अजंता की गुफा को वर्ष 1983 में UNESCO द्वारा विश्व विरासत की सूची में रखा गया था.

5.1 अजंता एवं एलोरा की गुफा का मैप [Ajanta Ellora caves map]

6. परिवहन सुविधा [How to reach Ajanta caves]

नजदीकी हवाई अड्डा –जलगांव हवाई अड्डा
नजदीकी रेलवे स्टेशन – जलगांव रेलवे स्टेशन
राज्य सरकार द्वारा सुविधा – औरंगाबाद सिटी बस

7. अजंता की गुफा की फोटो [Ajanta cave wallpaper]

8. निष्कर्ष [Conclusion]

दोस्तों Ajanta caves की गुफाओं के द्वारा हम अपने पूर्वजो के रहन सहन उनके संसाधन और जीव जंतुओं के बारे में उनके द्वारा बनायीं गयी कलाकृति के माध्यम से जान पाते है।

चूँकि यह गुफा एक प्राचीन सम्पदा है इसलिए इस गुफा यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत स्थल की सूचि में रखा गया है। इस प्रकार से इस गुफा को संरक्षित रखने का प्रयास किया है।

चूँकि यहाँ पर ज्यादातर पेंटिंग और मूर्तियां है और जाहिर है की आप सभी पेंटिंग को समझ नहीं पाओगे इसलिए बेहतर है की आप एक गाइड रख ले जो आपको न सिर्फ इस जगह के इतिहास के बारे में बतायेगें बल्कि इस गुफा की प्रत्येक बारीक़ से बारीक़ चीज़ों को बताएँगे।

जो जाहिर है आपके ज्ञान में वृद्धि करेगा।

9. सबसे महत्वपूर्ण बात [ajanta and ellora caves]

दोस्तों इन ऐतिहासिक इमारतों या पर्यटन स्थलों पर टिकट के पैसा, यात्रा अवधी जैसे छोटी चीज़ें बदलती रहती है।

इसलिए यदि आपको इनके बारे में पता है तो जरूर कमेंट में जरूर बताएं हम जल्द ही आपके द्वारा दी गयी जानकारी को अपडेट कर देंगे।

यदि इस पोस्ट में कुछ गलती रह गयी हो तो उसे कमेंट में जरूर बताएं।

धन्यवाद !

10. सवाल जवाब [FAQ]

1. अजंता की गुफाएं कहाँ पर स्थित है ?

अजंता और एलोरा दोनों ही गुफाएं महाराष्ट्र के औरंगाबाद में स्थित है।

2. इन गुफाओं के बारे में बताइएं ?

अजंता गुफाओ के दीवारों और छतों पर गौतम बुद्ध के जीवन से सम्बंधित चित्रकारी की गयी है।

3. इन गुफाओं का निर्माण वर्ष बताएं ?

ऐसा अनुमान है की इन गुफाओं का निर्माण 200 ईस्वी पूर्व से लेकर 650 ईस्वी पूर्व के बीच हुआ था। इन गुफाओं के प्रमाण हमें चीनी यात्री फाह्यान के यात्रा वृतांत के रूप में प्राप्त होती है

4. अजंता की गुफाएं किसलिए प्रसिद्ध है ?

अजंता की गुफाएं भित्ति चित्र के लिए काफी प्रसिद्ध है।

5. अजंता की गुफा को देखने का समय क्या है ?

अजंता की गुफाएं सुबह 9 बजे खुलती है और शाम 6 बजे तक बंद हो जाती है।

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